प्रियतमा तू बांध गयी मुझको एक अनजाने भय और अनछुए स्नेह से, खैर तू जहाँ भी रहो खुश रहो।" प्रियतमा तू बांध गयी मुझको एक अनजाने भय और अनछुए स्नेह से, खैर तू जहाँ भी रहो खु...
प्यार का पहला अहसास प्यार का पहला अहसास
शिखा ने फ़ोन उठाया और बोला सब ठीक तो है न शेखर। दूसरी तरफ से कोई आवाज़ नहीं आ रही थी मगर बैकग्राउंड ... शिखा ने फ़ोन उठाया और बोला सब ठीक तो है न शेखर। दूसरी तरफ से कोई आवाज़ नहीं आ रह...
, हँसते, खुश आगे बढ़ गई, जैसे 2 साल पहले बढ़ गईं थी। , हँसते, खुश आगे बढ़ गई, जैसे 2 साल पहले बढ़ गईं थी।
जिससे उन दोनों में भी माँ बेटी की तरह एक अच्छा रिश्ता पनप सके। जिससे उन दोनों में भी माँ बेटी की तरह एक अच्छा रिश्ता पनप सके।
मैंने भी फ़ुल मासूमियत वाले अंदाज़ से कोने में पड़ी ख़ाली बोतल की तरफ़ इशारा करके बोला। मैंने भी फ़ुल मासूमियत वाले अंदाज़ से कोने में पड़ी ख़ाली बोतल की तरफ़ इशारा करक...